Changing Time (बदलता वक़्त )

यह एक सत्य घटना पर आधारित कहानी है। यह कहानी की सुरुवात गुजरात के एक जिले राजकोट से हुई थी। एक बहुती गरीब कुटुम था। उस कुटुम में तीन लोक रहते थे। रमेशभाई ,उनकी पत्नी शांतिबेन और दो साल का बेटा रोहित। तीनो बहुती खुश थे अपनी ज़िन्दगी में।

पर एक दिन उनकी पूरी ज़िन्दगी ही बदल गई। रमेशभाई को बहुत तेज बुखार आया तो वोह अस्पताल गए  चेकउप के लिए। वहा उनको पता चला के उनको कैन्सर है। जब यह बात उनके परिवार को पताचली तोह उन पर गम का पहाड़ टूटपड़ा। नाही उनके पास पैसे नाही कोई रिस्तेदार जो उनकी मदद कर सके। अतः उनने अपना घर बेचना पड़ा। पर ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था,रमेशभाई की मोत हो गई। अब शांतिबेन और रोहित इस दुनिया में अकेले हो गई। उनके पास ना रहेने को छत थी ना खाने को खाना। शांतिबेन अपने बच्चे को लेकर मंदिर पर भीख मागने लगी।

एक दिन बहुती अमीर औरत मंदिर में दर्शन को आई। उनसके पास एक दो  साल की बेटी थी। जब वह  भगवान से प्राथाना कर रही तब उसकी बेटी उसका हाथ छुड़ाकर मंदिर के पीछे जहा पोची। उसी समय वहां एक साप ने उनको काट लिया। शांतिबेन वही पास में और ऊने साप का सारा जहर चूस कर निकाल दिया। तब उस औरत ने शांतिबेन को बहुत बहुत धन्यवाद कहा.उसने उनकी हालत देखि और पूछा की वोह कोण है कहा से आई है वगेरा वगेरा। तब शांतिबेन ने उनको अपनी पूरी कहानी बताई। उनकी पूरी कहानी सुनकर उस औरत को दया आई। उसने उनको अपने साथ चलने को कहा और अपनी बेटी की आया का काम दिया।


क्या शांतिबेन उस औरत के साथ जायगी के नहीं। और आगे कहानी में क्या क्या होगा।जानने के लिए आपको आगे का भाग पड़ना पड़ेगा।  

So Friends , Keep reading...... 
                           
                                                                                                 To Be Continue......

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